प्राकृतिक कीटनाशी – सींगू बुगडा

सींगू बुगडा जिला जींद के परितंत्र में पाया जाने वाला एक सीधा-पादरा खून-चूसक परभक्षी है। वैसे तो यह कीट विभिन्न फसलों में पाए जाने वाले पच्चास से भी ज्यादा भांत-भांत के कीटों का खून चूस कर अपना जीवनयापन करता है। पर सुंडियां मिल जायें तो कहने ही क्या? मिल जाएँ कहीं फसलों में या खरपतवारों …

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बणिया मत्कुण (Red Cotton Bug)

इस बणिये/मत्कुण को अंग्रेजी पढने-लिखने वाले लोग Red cotton bug कहते हैं। कीट वैज्ञानिक जगत में इसे Dysdercus singulatus के नाम से जाना जाता हैं। इसके परिवार का नाम Pyrrhocoridae तथा कुल का नाम Hemiptera है। इस कीट के प्रौढ़ लम्बोतरे व इकहरे बदन के होते हैं जिनके शरीर का रंग किरमिजी(गाढे लाल रंग की …

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जंगीरा – एक परजीव्याभ सम्भीरका

जंगीरा हमारी फसलों में मिलीबग को काबू करने वाली एक परजीव्याभ सम्भीरका है। जी हाँ! उसी विदेशी मिलीबग को जिसने भारत में कपास की खेती के लिए गंभीर समस्या के रूप में देखा जाने लगा था। भला हो इन सम्भीरकाओं का जिन्होंने इस किटिया संकट से निजात दिलाने में जिला जींद के किसानों की भरपूर …

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प्राकृतिक कीटनाशी – कातिल बुगडा

बुड्डा हो या जवान, हत्या सेती काम। “जी, हाँ! यही काम है इस शांत से दिखाई देने वाले कीट का। निडाना, रूपगढ़, राजपुरा व ईगराह के किसान इसे कातिल बुगडा कहते हैं। यूरोपियन लोग इसे असैसिन बग कहते हैं। जीव विज्ञान की जन्मपत्री के मुताबिक इन बुगड़ों की प्रजातियों का नाम मालूम नहीं पर इनका …

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मंडूसी में मूला अल

एक बार की बात है कि हरियाणा राज्य के जींद जिले के निडाना गाँव के महाबीर पिंडा के खेत में गेंहू की फसल में मंडूसी बिना कोई खरपतवारनाशक का स्प्रे किए अपने आप पीली हो कर सूखने लग रही थी। महाबीर के बुलावे पर कीट कमांडो किसानो ने मौके पर जाकर बारीकी से निरिक्षण किया। …

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जैविक खेती करने वाले 89.3% किसानों ने नही लगाईं अपने खेतों में आग: के.वी.एम. का सर्वे

जीरकपुर डेस्क प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़लेटर द गार्डियन में 11 सितम्बर 2021 को तारुणी गांधी की रिपोर्ट प्रकाशित हुई है जिसमें यह खा गया है कि उत्तर भारत के इलाके में धान के फानों को खेत खाली करने के उद्देश्य से आग लगा दिया जाना एक बहुत बड़ा सरदर्द का कारण है। पिछले अनेक वर्षों से …

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